JAI MAHAKAL

Monday, 24 July 2017

Rameshwar Jyotirling


रामेश्वरम ज्योतिर्लिंग

रामेश्वरम तमिलनाडु के रामनाथपुरम जिले में स्थित है। यहां स्थापित शिवलिंग बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है। चेन्नई से लगभग सवा चार सौ मील दक्षिण पूर्व में रामेश्वरम हिंद महासागर और बंगाल की खाडी से चारों ओर से घिरा हुआ एक सुन्दर द्वीप है। यहां भगवान राम ने
लंका पर चढाई करने से पूर्व पत्थरों के सेतु का निर्माण करवाया था, जिस पर चढकर वानर सेना लंका पहुंची थी। आज भी सेतु के अवशेष सागर में दिखाई देने की बात कही जाती है। यहां के मन्दिर का गलियारा विश्व का सबसे लम्बा गलियारा है। मन्दिर में विशालाक्षी जी के गर्भगृह के निकट ही नौ ज्योतिर्लिंग हैं, जो लंकापति विभीषण द्वारा स्थापित बताया गया है।

रामेश्वरम का मन्दिर भारतीय निर्माण-कला और शिल्पकला का एक सुन्दर नमूना है। इसका प्रवेश द्वार चालीस फीट ऊंचा है। मन्दिर के अन्दर सैकडों विशाल खम्भे हैं, जो देखने में एक जैसे लगते हैं। हर खम्भे पर बेल-बूटे की अलग-अलग कारीगरी है। खम्भों पर की गई कारीगरी देखकर विदेशी भी दंग रह जाते हैं।  रामनाथ जी के मन्दिर के भीतरी भाग में एक तरह का चिकना काला पत्थर लगा है। कहा जाता है कि मन्दिर निर्माण के लिये पत्थर लंका से आया था। रामनाथपुरम के राजभवन में एक पुराना काला पत्थर रखा है। ऐसी मान्यता है कि यह पत्थर राम ने केवटराज को राजतिलक के समय उसके चिह्न के रूप में दिया था। रामेश्वरम की यात्रा करने वाले लोग इस काले पत्थर को देखने के लिये रामनाथपुरम जाते हैं। 

रामेश्वरम शहर से करीब डेढ मील उत्तर-पूर्व में गंधमादन पर्वत नाम की एक छोटी सी पहाडी है। हनुमानजी ने इसी पर्वत से समुद्र को लांघने के लिये छलांग मारी थी। बाद में राम ने लंका पर चढाई करने के लिये यहीं पर विशाल सेना संगठित की थी। इस पर्वत पर एक सुन्दर मन्दिर बना हुआ है, जहां श्रीराम के चरण-चिह्नों की पूजा की जाती है। इसे पादुका मन्दिर कहते हैं। रामेश्वरम में रामनाथजी के मन्दिर के पूर्वी द्वार के सामने सीताकुण्ड है। कहा जाता है कि यही वह स्थान है, जहां सीताजी ने अपना सतीत्व सिद्ध करने के लिये आग में प्रवेश किया था। सीताजी के ऐसा करते ही आग बुझ गई और अग्निकुण्ड से जल उमड आया। इसी स्थान को सीताकुण्ड कहते हैं। यहां पर समुद्र का किनारा आधा गोलाकार है। यहां पर बिना किसी खतरे के स्नान किया जा सकता है। यहीं हनुमान कुण्ड में तैरते हुए पत्थर भी दिखाई देते हैं। जा सकता है।

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